Sunday, January 27, 2013

Happy republic Day- What all I can say :)

Though A bit late in posting,  Feelings are still the same :)

पुरातन  धरा  की  कहानी   ये  नूतन ,
संस्कारो  की   डोर   ये  अनुपम .

माला  टूटी  बिखरे  मोती ,
पर  आशाओ  का  सैलाब  रहा .
बहुत  कुछ  खोया  इस  आँगन  ने ,
पर  अरमानो  का  उपवन  फलता  रहा .

सुसुस्प्त  कलि  का  अंकुरण  जैसे , मानो
लाया  संग  एक  उम्मीद  की  लड़ी .

फिर   उगते  सूरज  की  लालिमा  बिखरी
लिए  सपनो  की  एक  नयी  कड़ी .

63 वर्ष  पहले  जो  जन्मा  और
निरंतर  पाता  रहा  नये  मुकाम ,

ऐसे  उस  अजेय   अनवरत  गणतंत्र  को  मेरा  सलाम !!!

A very Happy Republic Day to all
Stay blessed and keep contributing to the growth of India.
;-);-)

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