Though A bit late in posting, Feelings are still the same :)
पुरातन धरा की कहानी ये नूतन ,
संस्कारो की डोर ये अनुपम .
माला टूटी बिखरे मोती ,
पर आशाओ का सैलाब रहा .
बहुत कुछ खोया इस आँगन ने ,
पर अरमानो का उपवन फलता रहा .
सुसुस्प्त कलि का अंकुरण जैसे , मानो
लाया संग एक उम्मीद की लड़ी .
फिर उगते सूरज की लालिमा बिखरी
लिए सपनो की एक नयी कड़ी .
63 वर्ष पहले जो जन्मा और
निरंतर पाता रहा नये मुकाम ,
ऐसे उस अजेय अनवरत गणतंत्र को मेरा सलाम !!!
A very Happy Republic Day to all
Stay blessed and keep contributing to the growth of India.
;-);-)
पुरातन धरा की कहानी ये नूतन ,
संस्कारो की डोर ये अनुपम .
माला टूटी बिखरे मोती ,
पर आशाओ का सैलाब रहा .
बहुत कुछ खोया इस आँगन ने ,
पर अरमानो का उपवन फलता रहा .
सुसुस्प्त कलि का अंकुरण जैसे , मानो
लाया संग एक उम्मीद की लड़ी .
फिर उगते सूरज की लालिमा बिखरी
लिए सपनो की एक नयी कड़ी .
63 वर्ष पहले जो जन्मा और
निरंतर पाता रहा नये मुकाम ,
ऐसे उस अजेय अनवरत गणतंत्र को मेरा सलाम !!!
A very Happy Republic Day to all
Stay blessed and keep contributing to the growth of India.
;-);-)